Friday, January 8, 2016

चम्‍पारण, राजिम

चम्‍पारण शहर, जिसे पहले चम्‍पाजहर के नाम से जाना जाता था, राजिम से 15 किमी. की दूरी पर स्थित है। चम्‍पारण एक प्रसिद्ध वैष्‍णव पीठ है जो संत वल्‍लभाचार्य का जन्‍मस्‍थान है जो वैष्‍णव सम्‍प्रदाय के संस्‍थापक थे।
मंदिर परिसर का भीतरी भाग संगमरमर से मिलकर बना हुआ है जो इस स्‍थान को और शांतिमय बनाता है। बाहर से, मंदिर देखने में बहुत सुंदर लगता है जो आंखों को सुकून प्रदान करता है। मंदिर के बाहर रंगीन स्‍तम्‍भ और मेहराबें बनी हुई है। इसके अलावा, मंदिर के भीतरी आंगन में संत की एक मूर्ति रखी हुई है जो संत के जीवन दास्‍तां बताती है।
इस शहर में एक और मंदिर है, जिसे भी संत वल्‍लभाचार्य ने बनवाया था। इस मंदिर के परिसर को सुदामापुरी के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में साल के हिंदू महीने सावन में कई भक्‍तगण, विशेषकर गुजराती सबसे ज्‍यादा दर्शन करने आते है।

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