Monday, August 15, 2016

सालभर में तीन बार रंग बदलता है शिवलिंग

बेमेतरा। जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर सिमगा मार्ग में शिवनाथ नदी के सरहद पर बसे ग्राम जौंग में 16वीं शताब्दी का ऐतिहासिक शिवलिंग आज भी लोगों के लिए पहेली बना हुआ है। मान्यता है कि हर चार माह में तीन बार शिवलिंग का रंग बदलता है। राजधानी रायपुर से मंदिर 50 किमी दूर है।



ठंड के मौसम में शिवलिंग काला, गर्मी के दिनों में पूरी तरह से भूरा, बरसात यानी जुलाई के महीने में स्लेटी हो जाता है। बुजुर्ग बताते हैं कि आज भी गर्मी के दिनों में शिवलिंग में अपने आप दरारें पड़ जाती हैं मानो शिवलिंग को तोड़ी गई हो। मंदिर के प्रांगण में भगवान बुद्ध सहित कई देवी-देवताओं की मूर्तियां खुले आसमान के नीचे स्थापित हैं, जो 16 वीं सदी के कलचुरी राज के समय के हैं।

मन्नत पूरी होने पर ग्रामीण भुरवा साहू ने सांस्कृतिक मंच व देवी देवताओं को स्थापित करने के लिए स्वयं के पैसे से मंदिर का निर्माण कराया। शिवमंदिर से लेकर नदी तट तक पुरातत्व विभाग द्वारा 9 एकड़ जमीन पर प्राचीन शिलालेख के प्रमाण मिलने पर सर्वे भी किया जा चुका है।