Thursday, April 21, 2016

गोपेश्वर शिव-हनुमान मंदिर,ग्राम सिलतरा-अकोली

देश में केवल दो ही स्थान पर विराजमान है इस तरह की प्रतिमा। मंदिर में कूलिंग सिस्टम नहीं होने के बावजूद पिघलती नहीं मूर्ति।

 यहां के ग्राम सिलतरा-अकोली में गोपेश्वर शिव-हनुमान मंदिर में लोग मक्खन से बनी हनुमान की मूर्ति की पूजा करते हैं। मंदिर में किसी तरह का कूलिंग सिस्टम नहीं होने के बावजूद मूर्ति का नहीं पिघलना लोगों को हैरान करता है। प्रदेश में यह अपनी तरह की एकमात्र अनूठी मूर्ति है।
माखन से बनी मूर्ति ढाई फीट की हो गई
मूर्ति की स्थापना करने वाले परिवार के सदस्य ८० वर्षीय खेदूराम यादव का कहना है कि मक्खन से बनी हनुमान की दूसरी सात फीट की मूर्ति महाराष्ट्र के जलगांव से २० किलोमीटर दूर ताप्ती नदी के किनारे स्थापित है। वहीं से मूर्ति का थोड़ा अंश लाकर वर्ष-२००७ में यहां स्थापना की गई, जिसकी ऊंचाई ढाई फीट है। हर मंगलवार और शनिवार को मूर्ति पर मक्खन और सिंदूर का लेप लगाया जाता है।

1663 का है मंदिर
यादव के मुताबिक गोपेश्वर शिव-हनुमान मंदिर की स्थापना उनके पूर्वज पंडित ने 1663 में की थी। मंदिर में शिवजी परिवार समेत विराजे हैं। लोग इसे गोपेश्वर शिव हनुमान मंदिर के नाम से जानते हैं। मदिर में कांच की आकर्षक नक्काशी की गई है।

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