- छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में है मैनपाट। यहां के जलजली के चार एकड़ इलाके की खासियत यह है कि जमीन स्पंज की तरह हिलती है।
- इस जमीन पर कूदने पर स्पंज या गद्दे पर उछलने जैसा महसूस होता है।
क्या हैं धरती के हिलने का कारण
- लोकल लोगों का कहना है कि शायद कभी यहां वाटर सोर्स रहा होगा, जो वक्त के साथ ऊपर से सूख गया पर अंदरुनी जमीन दलदली रह गई। इसी वजह से इस पर कूदने से पूरी जमीन हिलती है।
- यह एक टेक्निकल टर्म 'लिक्विफैक्शन' का एक उदाहरण है। जियोलॉजिस्ट डॉ. निनाद बोधनकर के मुताबिक लिक्विफैक्शन इंगित करता है कि यहां भूकंप जैसा प्रभाव भी आ सकता है।
-पृथ्वी के इंटरनल प्रेशर और पोर स्पेस (खाली स्थान) में सॉलिड के बजाय पानी भरा हुआ है। इसलिए भी यह जगह दलदली और स्पंजी लगती है।
- वैसे यह इलाका देश के भूकंप संवेदी इलाकों में है।
- इस जमीन पर कूदने पर स्पंज या गद्दे पर उछलने जैसा महसूस होता है।
क्या हैं धरती के हिलने का कारण
- लोकल लोगों का कहना है कि शायद कभी यहां वाटर सोर्स रहा होगा, जो वक्त के साथ ऊपर से सूख गया पर अंदरुनी जमीन दलदली रह गई। इसी वजह से इस पर कूदने से पूरी जमीन हिलती है।
- यह एक टेक्निकल टर्म 'लिक्विफैक्शन' का एक उदाहरण है। जियोलॉजिस्ट डॉ. निनाद बोधनकर के मुताबिक लिक्विफैक्शन इंगित करता है कि यहां भूकंप जैसा प्रभाव भी आ सकता है।
-पृथ्वी के इंटरनल प्रेशर और पोर स्पेस (खाली स्थान) में सॉलिड के बजाय पानी भरा हुआ है। इसलिए भी यह जगह दलदली और स्पंजी लगती है।
- वैसे यह इलाका देश के भूकंप संवेदी इलाकों में है।
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