वाटरफॉल्स के बारे में पूछा जाए तो यकीनन आप दुनियाभर में मशहूर नियाग्रा के वाटरफॉल की ही चर्चा करेंगे, लेकिन छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में जगदलपुर का चित्रकोट वाटरफॉल इतना मनमोहक और आकर्षक है कि इसे भारत का नियाग्रा कहा जाता है। जानें इस वाटरफॉल की खासियत...
90 फीट की ऊंचाई से गिरती है जलधारा
- गोदावरी की सहायक नदी इंद्रावती पर चित्रकोट नाम की जगह पर देश का सबसे बड़ा वाटरफॉल है।
- सभी मौसम में भरा-पूरा रहने वाला यह वाटरफॉल 0.75 किमी चौड़ा और 90 फीट ऊंचा है।
- खासियत यह है कि बारिश के दिनों में यह रक्तिम लालिमा लिए हुए होता है तो गर्मियों की चांदनी रात में यह सफेद दूधिया नजर आता है।
- अलग-अलग मौकों पर इस वाटरफॉल से कम-से-कम तीन और मैक्सीमम सात धाराएं गिरती हैं।
- बरसात में इसकी चौड़ाई मैक्सीमम होती है। उस समय इसकी चौड़ाई 150 मीटर तक पहुंच जाती है।
- इस जगह पर इंद्रावती नदी की जलधारा 90 फीट की ऊंचाई से तेज आवाज के साथ गिरती है।
- सनसेट और सनराइज के दौरान इसका लुक और ज्यादा खूबसूरत होता है, क्योंकि सूर्य की किरणें इंद्रधनुषी इफेक्ट पैदा करती हैं।
कैसे पहुंचे
- जगदलपुर रेल और बायरोड अासानी से जुड़ा हुआ है। यहां नजदीकी एयरपोर्ट रायपुर है। रायपुर से जगदलपुर की दूरी करीब 285 किमी है।
- जगदलपुर से चित्रकोट जाने के लिए प्राइवेट टैक्सी करना बेहतर रहता है।
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट की फेसेलिटी यहां बहुत कम मिलती है। जगदलपुर से चित्रकोट फाल 40 किमी की दूरी पर है।
कहां ठहरें
चित्रकोट में ठहरने की ज्यादा इंतजाम नहीं है, इसलिए जगदलपुर में ठहरना चाहिए। जगदलपुर में कई अच्छे होटल और लॉज हैं।
तीरथगढ़ फाल और कोटुम्बसर गुफा भी देखने लायक
- तीरथगढ़ वाटरफॉल बहुत बड़ा नहीं है लेकिन देखने लायक है। यहां पर नदी का बहाव दो-तीन फाॅल बनाता है। गिरने पर पानी की धारा चांदी की तरह चमकती हुई लगती है।
- कोटुम्बसर गुफा तकरीबन 320 मीटर लंबी और 20 से 60 मीटर की गहराई पर बनी इस गुफा की गिनती वर्ल्ड की नेचुरली बनी बिगेस्ट अंडरग्रांउड केव्स में होती है।
Source: Dainik Bhaskar
90 फीट की ऊंचाई से गिरती है जलधारा
- गोदावरी की सहायक नदी इंद्रावती पर चित्रकोट नाम की जगह पर देश का सबसे बड़ा वाटरफॉल है।
- सभी मौसम में भरा-पूरा रहने वाला यह वाटरफॉल 0.75 किमी चौड़ा और 90 फीट ऊंचा है।
- खासियत यह है कि बारिश के दिनों में यह रक्तिम लालिमा लिए हुए होता है तो गर्मियों की चांदनी रात में यह सफेद दूधिया नजर आता है।
- अलग-अलग मौकों पर इस वाटरफॉल से कम-से-कम तीन और मैक्सीमम सात धाराएं गिरती हैं।
- बरसात में इसकी चौड़ाई मैक्सीमम होती है। उस समय इसकी चौड़ाई 150 मीटर तक पहुंच जाती है।
- इस जगह पर इंद्रावती नदी की जलधारा 90 फीट की ऊंचाई से तेज आवाज के साथ गिरती है।
- सनसेट और सनराइज के दौरान इसका लुक और ज्यादा खूबसूरत होता है, क्योंकि सूर्य की किरणें इंद्रधनुषी इफेक्ट पैदा करती हैं।
कैसे पहुंचे
- जगदलपुर रेल और बायरोड अासानी से जुड़ा हुआ है। यहां नजदीकी एयरपोर्ट रायपुर है। रायपुर से जगदलपुर की दूरी करीब 285 किमी है।
- जगदलपुर से चित्रकोट जाने के लिए प्राइवेट टैक्सी करना बेहतर रहता है।
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट की फेसेलिटी यहां बहुत कम मिलती है। जगदलपुर से चित्रकोट फाल 40 किमी की दूरी पर है।
कहां ठहरें
चित्रकोट में ठहरने की ज्यादा इंतजाम नहीं है, इसलिए जगदलपुर में ठहरना चाहिए। जगदलपुर में कई अच्छे होटल और लॉज हैं।
तीरथगढ़ फाल और कोटुम्बसर गुफा भी देखने लायक
- तीरथगढ़ वाटरफॉल बहुत बड़ा नहीं है लेकिन देखने लायक है। यहां पर नदी का बहाव दो-तीन फाॅल बनाता है। गिरने पर पानी की धारा चांदी की तरह चमकती हुई लगती है।
- कोटुम्बसर गुफा तकरीबन 320 मीटर लंबी और 20 से 60 मीटर की गहराई पर बनी इस गुफा की गिनती वर्ल्ड की नेचुरली बनी बिगेस्ट अंडरग्रांउड केव्स में होती है।
Source: Dainik Bhaskar
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