Tuesday, December 29, 2015

खुटाघाट बांध,बिलासपुर (Khuta Ghat,Bilaspur)

खुटाघाट बांध का परिचय:
छत्तीसगढ़ के पूरे क्षेत्र में धान का कटोरा 'या' राइस ऑफ बाउल इसका क्रेडिट छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर जिले को दिया जाता है। इस जिले की अनूठी विशेषताओं में चावल, कोसा उद्योग और अपनी सांस्कृतिक पृष्ठभूमि कोर्स की गुणवत्ता परिष्कृत के कारण यह बहोत ही प्रसिद्ध हैं। 400 साल की उम्र के आसपास, बिलासपुर के शहर से देश भर में अपनी आकर्षक पर्यटन स्थलों और स्मारकों और पवित्र स्थानों का भंडार शामिल हैं, जो यात्रियों को आकर्षित बहोत करती है। इनमें से भारत के छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले मे खुटाघाट बांध व्यापक रूप से अपनी सुंदरता और आगंतुकों के लिए उत्कृष्ट मनोरंजन के अवसरों की पेशकश के लिए प्रशंसित है। 

खुटाघाट बांध का विवरण:
बिलासपुर खुटाघाट बांध हर पर्यटक के साथ प्रसिद्ध है। यह रतनपुर खंडहर के लिए मशहूर शहर से 12 किमी की दूरी पर स्थित है। खुटाघाट बांध खरून नदी के शांत किनारे पर एक बांध का निर्माण किया है और पूरे क्षेत्र की सिंचाई की प्रक्रिया में मदद करता है। 
अगर आप खुटाघाट बांध का भ्रमण करते है तो आप इसके बेदाग सुंदरता से मुग्ध हो जाएगा। और आसपास के जंगल और पहाड़ियों इस बांध के लिए एक अतिरिक्त आकर्षण का बढ़ावा है। और यह एक सुंदर पिकनिक स्थल है जहा हर साल हजारो पर्यटक आते है इस सुंदर दृश्य का दर्शन करने। 


इस सुंदर दृश्य के मध्य का मन्दिर खूंटाघाट बाँध में हर साल पानी कम होते तक करीब छह माह डूबा रहता है ये बाँध 1930 में अंग्रेजों ने बनाया था..मदिंर की मजबूती आज भी बरकार है,,यदि आज किसी ने सरकारी ठेके पर बनाया होता तो क्या होता |







[छतीसगढ़ के बिलासपुर जिले का बांध,खारंग नदी पर बने इस बांध का नाम संजयगाँधी  बाद में किया गया ,, ये पिकनिकस्पाट है]


खूंटाघाट नाम की एक कहानी

जब बांध बना डूबन के जंगल को काटा नहीं गया । तब जंगल या लकड़ी की कीमत न थी । पानी में बाद इसके ठूंठ या जिसे खूंटा कहते वो पानी में बचे रह गये । ये मछली पकड़ने गयी नाव से टकराते ।कालान्तर में इसलिए इसे खूंटाघाट कहा गया । इनमें आखिरी पेड़ तेंदू के थे । उनके बीच तेंदूसार सुंदर काला था । जब जब बांध सूखता लोग इसको कटते तो मजबूत इतना की कुल्हाड़ी को झटका लगता। इसकी सुंदर मजबूत छड़ी बनती । आसपास के गाँव के सम्पन्न जन इस काली छड़ी में चांदी या पीतल की मूठ लगा कर शान से आज भी रखें हैं ।



कैसे पहुचे
बिलासपुर से आप आसानी से बिलासपुर-अंबिकापुर हाईवे से  होते हुए खूटाघाट पहुंच सकते है|

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